डॉ. राजेंद्र प्रसाद- भारत के प्रथम राष्ट्रपति की रोचक बाते
1.डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति थे। उनका जन्म 3 दिसंबर 1884 को हुआ था। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भाग लिया था। कांग्रेस में शामिल होने वालों में बिहार के प्रमुख नेता शामिल थे।
2. वकालत में पोस्ट ग्रैजुएट डॉ. राजेन्द्र प्रसाद महात्मा गांधी के बहुत बड़े समर्थक थे।
3. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद साल 1934 से 1935 तक कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। 1946 में हुए चुनाव के बाद उन्हें केंद्र सरकार में खाद्य एवं कृषि मंत्री बनाया गया था। राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को देखते हुए उन्हें देश के सबसे बड़े पुरस्कार भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया।
4. महज 13 साल की उम्र में उनका राजवंशी देवी से विवाह हो गया था।
5. डाक्टर राजेंद्र प्रसाद (Rajendra Prasad) राष्ट्रपिता गांधी से बेहद प्रभावित थे, राजेंद्र प्रसाद को ब्रिटिश प्रशासन ने 1931 के ‘नमक सत्याग्रह’ और 1942 के ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान जेल में डाल दिया था।
6. राजेंद्र प्रसाद की बहन भगवती देवी का निधन 25 जनवरी 1950 को हो गया था। जबकि अगले दिन यानी 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू होने जा रहा था. ऐसे में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद भारतीय गणराज्य के स्थापना की रस्म के बाद ही दाह संस्कार में भाग लेने गए।
7. साल 1962 में राष्ट्रपति पद से हट जाने के बाद राजेंद्र प्रसाद को भारत सरकार द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा गया।
8. अपने जीवन के आख़िरी महीने बिताने के लिए उन्होंने पटना के निकट सदाकत आश्रम चुना. यहां पर ही 28 फ़रवरी 1963 में उनका निधन हुआ।
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